प्रशासन का पीला पंजा किसी का घर गिराने का नहीं बल्कि कभी कभी गड़े मुर्दे उखाड़कर इंसाफ दिलाने के लिए भी चलता है |
ऐसा ही मंजर मऊ के घुसी थाना के इलाके में देखा गया |
135 दिन बाद एक कब्र से लाश को बाहर निकाला गया | ताकि असली गुनहगार को उसके अंजाम तक पहुंच सके | और ये ममला 30 नवम्बर 2024 का है जब महिला की रहस्मयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरू में इसे सामान्य मृत्यु समझकर परिजनों ने महिला का अंतिम संस्कार कर दिया था. लेकिन मृतिका की छोटी बहन ने कुछ दिन बाद अपने जीजा पर दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया जिससे पुरे इलाके में हड़कम मच गया | मृतिका का छोटी बहन का कहना है की वह अपनी बड़ी बहन के प्रसव के बाद देखभाल के लिए उसके घर गई थी. वही जीजा ने उसके साथ दुष्कर्म किया | जब उसकी बड़ी बहन ने ये सब देखा तो इसका बिरोध किया जो जीजा ने दीदी की हत्या कर दी | पुलिस प्रशाशन ने कब्र से खोदकर लाश को निकाल लिया है और लाश को पोस्टमार्टम के लिए जांच के लिए भेज दिया है | आगे जाँच के आधार पर आगे की कारवाई की जाएगी |
और ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ये साफ होगा की महिला की मौत प्रकृतिक थी या किसी साजिश का शिकार हुई | अगर रिपोर्ट में हत्या की पुस्टि होती है तो पीड़िता के जीजा और मृतिका के पति के खिलाफ हत्या और दुष्कर्म के तहत गंभीर कारवाई की जा सकती है |