गाज़ीपुर काशीदाश पूजा में ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से दर्दनाक हादशा

गाजीपुर जिले के नरवार गांव में काशीदास बाबा पूजा के दौरान एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना बुधवार, 21 मई 2025 को हुई, जब पूजा मंडप के लिए झंडा गाड़ते समय वह झंडा ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से टकरा गया। इससे करंट फैल गया और वहां मौजूद लोग उसकी चपेट में आ गए। मृतकों की पहचान चुटे लाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) के रूप में हुई है। तीन अन्य लोग—अभिरिक यादव (16), संतोष यादव (32) और जितेंद्र यादव (30)—गंभीर रूप से झुलस गए हैं और इलाज जारी है। घटना के बाद स्थानीय पुलिस और गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक इराज राजा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घायलों को अस्पताल भेजा। समाजवादी पार्टी के विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने शासन से पीड़ितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

हादसे का विवरण

दूसरे दिन की सुबह जब लोग पूजा की तैयारियों में जुटे थे, तभी अचानक एक दर्दनाक घटना घटित हुई। पूजा स्थल के निकट एक लंबा पोल स्थापित किया जा रहा था, जिस पर झंडा लहराने के लिए उसे ऊंचा किया जा रहा था। पोल की ऊंचाई इतनी थी कि यह ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से टकरा गया। हाईटेंशन तारों में उच्च वोल्टेज होता है, और जब झंडा उनसे टकराया, तो पूरे इलाके में करंट फैल गया।

समाजिक और राजनैतिक प्रतिक्रिया

हादसे के बाद क्षेत्रीय विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त की। उन्होंने प्रशासन से पीड़ितों को हर संभव मदद देने का अनुरोध किया और साथ ही यह भी कहा कि ऐसे हादसों से बचने के लिए भविष्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है।

समाजवादी पार्टी के विधायक ने कहा, “यह एक दुखद घटना है, और हम सभी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। साथ ही, हमारी पार्टी प्रशासन से इस दुर्घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती है।” उन्होंने शासन से पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने और उनके इलाज के लिए मदद करने की भी बात की।

बिजली सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी

इस हादसे ने बिजली सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को सामने ला दिया। हाईटेंशन तारों के आसपास सुरक्षा उपायों की गंभीर कमी नजर आई, जो न केवल इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, बल्कि इससे भविष्य में और भी हादसों की संभावना पैदा हो सकती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि पूजा के समय ऐसे स्थानों पर सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाना चाहिए। हाईटेंशन तारों को ऊंचाई पर रखने के साथ-साथ स्थानीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में लोग किसी भी प्रकार की जोखिमपूर्ण गतिविधियां न करें।

बिजली विभाग और प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी सार्वजनिक और धार्मिक स्थानों पर बिजली सुरक्षा के उपाय सही तरीके से लागू हों। यह घटना इस बात का संकेत है कि विभाग को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

यह हादसा सुरक्षा उपायों की अनदेखी और बिजली व्यवस्थाओं में लापरवाही को उजागर करता है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *